PCOD क्या है और इसके मिथ (MYTH)
इस भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाएं न वक़्त पर खाती हैं, ना सोती हैं और न ही खुद की सेहत का ख्याल रख पाती हैं। आज के ज़माने में महिलाओं की स्थिति अधिक विचारणीय है क्योंकि उन्हें घर-बाहर दोनों तरफ संतुलन बनाकर चलना होता है। ऐसे में महिलाओं में तनाव का स्तर अधिक रहता है और अंत में वह समझौता करती हैं अपनी सेहत से।
जिनमें से एक बीमारी है PCOD/PCOS । इस समस्या से पीड़ित महिलाओं में और भी अनेक बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। यह रोग महिलाओं एवं लड़कियों में होना आजकल आम बात हो गई है। आजकल irregular periods की समस्या लड़कियों में बेहद आम हो गई है। यही समस्या आगे चलकर PCOS का रूप ले सकती है।
क्या है PCOD/PCOS?
PCOD/PCOS इसमें महिला के गर्भाशय में Male Hormone androgen का स्तर बढ़ जाता है परिणाम स्वरूप ovary में cyst बनने लगते हैं। इससे हम Stein-Leventhal syndrome भी कहते है । PCOD एक वह आम बीमरी है जो आजकल के समय मे age group में पाई जा रही है ।
ऐसे लक्षण हों तो हो जाएं सतर्क :-
वजन बढ़ना, थकान, मुख पर अनचाहे बाल उगना, बाल पतले होना, बांझपन, मुंहासे, Pelvic pain, सिर दर्द, नींद की समस्याएं और mood swings आदि शामिल हैं। ज्यादातर लक्षण युवावस्था के तुरंत बाद शुरू होते Hormones में गड़बड़ी इस बीमारी का मुख्य कारण हैं। Ovary में ये cyst collect होते रहते हैं और इनका आकार भी धीरे-धीरे बढ़ता चला जाता है।
ठीक नहीं पर सही हो सकती है ये बीमारी
PCOD ठीक नहीं हो सकता, लेकिन इसे शरीर का वजन पांच से 10 प्रतिशत तक कम कर और जीवनशैली में बदलाव लाकर प्रबंधित किया जा सकता है। साथ ही अच्छी दिनचर्या बनाए रखना और स्वस्थ भोजन करना भी महत्वपूर्ण है। बदले में यह मासिक Periods को नियमित करने और Blood sugar के स्तर को कम करने में मदद करे ।
Young age में PCOD के कारण
Lifestyle (लाइफस्टाइल):- Stress और चिंता के चलते आजकल की लड़कियां अपने खान-पान पर बिल्कुल ध्यान नहीं देती। साथ ही late night party में ड्रिंक और स्मोकिंग लड़कियों की lifestyle हिस्सा बन गया है। हम यह नहीं कह रहे कि यह गलत है लेकिन जरूरत से ज्यादा इन सभी चीजों से PCOD की problem हो रही हैं। इसलिए इस समस्या से बचने के लिए अपनी lifestyle को सही करना बहुत जरूरी है। ताकि हम अपने FUTURE का ध्यान रख सके।
Obesity (मोटापा):- आजकल मोटापे की समस्या बहुत ही आम हो गई है। हर दूसरी औरत ज्यादा फैट वाली डाइट, व्यायाम की कमी और जंक फूड का सेवन करने के कारण मोटापे की शिकार हो रही है। मोटापे के कारण आज छोटी उम्र की लड़कियों में भी PCOD की समस्या पाई जाने लगी है। ज्यादा चर्बी की वजह से estrogen hormone की मात्रा बढ़ने से ovary में cyst बनता है। मोटापा कम करने से इस बीमारी को काफी हद तक काबू में किया जा सकता है।
Bad Dietary habits (ख़राब डाइट):- जंक फूड बॉडी को नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए जंक फूड, अत्यधिक तैलीय, मीठा व फैट युक्त भोजन खाने से बचें। साथ ही Diabetes भी इस बीमारी का बड़ा कारण हैं। इसलिए मीठी चीजों का सेवन कम करें। इसकी बजाय अपनी डाइट में हरी पत्ते वाली सब्जियां और फल को शामिल करें ।
क्या करें और क्या ना करें:-
करने योग्य:-
- धीरे-धीरे उच्च फाइबर कार्बोहाइड्रेट का सेवन बढ़ाएं।
- लीन प्रोटीन खाद्य पदार्थों पर जोर दें।
- Mono unsaturated और Omega 3 fatty acid खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
- विभिन्न फलों और सब्जियों को शामिल करें।
- कम से कम 2 लीटर पानी पिएं।
- नियमित व्यायाम करें।
- क्या न करें :-
- दिन में सही समय पर खाने का सेवन करें ।
- एक समय पर ज्यादा भोजन का सेवन न करें ।
- बनावटी जूस और सोफ्ट ड्रिंक्स से बचें।
- बहुत तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें।
Myth #1: PCOD होने का मतलब है कि आप कभी बच्चे को जनम नहीं दे सकती ।
Myth # 2:PCOD केवल हार्मोन में असंतुलन के कारण होता है:-
जो औरतें PCOD की बीमारी का शिकार है वो overweight और obese भी जरूर है तो उन्हें सबसे पहले अपनी जीवनशैली पर ध्यान रखना बहुत जरूरी है ।
Myth # 3: PCOD के साथ सभी महिलाएं समान लक्षणों का अनुभव करती हैं ।
Myth # 4: मधुमेह PCOD का कारण बनता है ।Myth # 5: वजन कम करने से मेरा PCOD ठीक हो जाएगा ।